शुक्रवार, 14 नवंबर 2008

लौटा दो बचपन


वो चंदा मामा और परियों की कहानी ,
अब फिर से सुना दो तुम मुझको मेरी नानी..!
लौटा दो फिर से बचपन के वो दिन मुझको,
और वापस ले लो तुम मुझसे ये जवानी..!!
--गोपाल के.




WO CHHANDA MAMA AUR PARIYOn KI KAHAANI,
AB FIR SE SUNA DO TUM MUJHKO MERI NAANI..!
LAUTA DO FIR SE BACHPAN KE WO DIN MUJHKO,
AUR WAAPSE LE LO TUM MUJHSE YE JAWAANI..!!
--GOPAL K.

2 टिप्‍पणियां:

BrijmohanShrivastava ने कहा…

अत्यधिक सुंदर मेरे भाई /बचपन याद दिला दिया =अब वो बातें केवल कविताओं में ही रह गई ने तो कोई बच्चा आज नानी से कहानिया सुनना चाहता है ने उसे फुरसत है /लोंगो को भी फुरसत नहीं है मुझे ही देखलो एक माह बाद पड़ पाया

GOPAL K.. MAI SHAYAR TO NAHI... ने कहा…

shukriya Brij bhai..